जी 20 शिखर सम्मेलन का 8 उद्देश्य | What is the purpose of G20

G20 सम्मेलन का उद्देश्य क्या है? | What is the purpose of G20 conference

what is the purpose of g20 in hindi
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G20 का उद्देश्य क्या है 2023? | What is the objective of G20 2023

 

दुनिया के आर्थिक विकास और वैश्विक स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए G20 समूह के सदस्य देशों, विकसित और विकासशील देशों ने मिलकर 26 सितंबर 1999 को G20 समूह का गठन किया। आज G20 समूह में दुनिया भर के देश दुनिया के सबसे आर्थिक रूप से समृद्ध देश हैं। विभिन्न विकास के नए मापदंडों को बढ़ावा देने के लिए देश मिलकर काम कर रहे हैं। 2023 में भारत में 18वें सम्मेलन के बाद कुल 21 देश सदस्य देश G20 में शामिल हैं।

 

1. आर्थिक समन्वय को बढ़ावा देना

 

जी-20 ग्रुप का प्राथमिक उद्देश्य विकसित और विकासशील देशों के मध्य आर्थिक संबंधों और समन्वय को स्थापित करना है। जी-20 अपने सदस्य देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय नीति और आर्थिक सहयोग के समन्वय को बढ़ावा देता है। इसके अंतर्गत विभिन्न सदस्य देशों की सरकरी राजकोषीय और मौद्रिक नीति प्रीति, विनिमय निवेश, और व्यापार सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अंतर्राष्टीय मंच को साझा करते हैं।  जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक समन्वय को वैश्विक स्तर पर आर्थिक स्थिरता को बढ़ाया जा सके। साथ ही साथ सदस्य देशों के बीच सतत विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।

 

2. वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करना

 

G20 सदस्य देशों के बीच वित्तीय संकटों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की स्थिति को सुनिश्चित करने और सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उदाहरण के लिए, 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट को हल करने के लिए, विभिन्न सदस्य देश एक साथ आने और आर्थिक संकट से बाहर आने में सक्षम थे। जो वैश्विक वित्तीय संकट के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है। जो हमेशा आर्थिक संकटों को दूर करने में मददगार साबित होता है। जिसके जरिए कई आर्थिक नीतियां बनाई जाती हैं. और वैश्विक वित्तीय स्थिरता में सुधार हुआ है।

 

 

3. वैश्विक विकास में सहायक 

 

G20 विकसित और विकासशील देशों के सदस्यता से मिलकर बना हुआ है, जी 20 अपनी नीतियों और आर्थिक गतिविधियों से वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण स्थान को पहुंचाने में मददगार साबित होता है। जैसे कि जी-20 के माध्यम से सतत विकास, पर्यावरण विकास, गरीबी उन्मूलन विकास, बुनियादी ढांचे के विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और विभिन्न लक्ष्यों की प्राप्ति आसानी से करने में जी-20 मददगार साबित होता है।  विकसित और विकासशील देशों के अनेक पहलू को सार्थक बनाने में जी-20 के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक के साथ-साथ अनेक अंतरराष्ट्रीय संगठन भी सहयोग करते हैं। जिससे g20 अपने उद्देश्यों को पूर्ण करने में सक्षम हो पाता है।

 

 

4. व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना

 

जी 20 ग्रुप अंतरराष्ट्रीय व्यापार को निष्पक्ष रुप से बढ़ावा देने में मदद करता है। साथ ही साथ अनेक चुनौती और परेशानियों से लड़कर निवेश के नए-नए तरीकों को अपनाने की कोशिश करता है। जिससे एक सकारात्मक माहौल पूरे विश्व में बनता है।  जिससे अनेक देशों के आर्थिक विकास में मदद मिलती है। जी 20 ग्रुप माध्यम से विकसित और विकासशील देश अपनी व्यापार और निवेश में बेहतर परिणाम को प्राप्त करने के लिए आर्थिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक सकारात्मक माहौल को बढ़ाने की कोशिश करते हैं।

 

 

5. वैश्विक चुनौती से लड़ने में अहम भूमिका

 

G20 ग्रुप विकसित और विकासशील देशों के सदस्यों से निर्मित ग्रुप है। जिसमें अनेक तरह की चुनौतियां उत्पन्न होती रहती है, जैसे अनेक क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ जाती है। साइबर सुरक्षा की गतिविधियां बढ़ती है। कभी-कभी एक देश से दूसरे देशों में लोगों का प्रवासन बढ़ जाता है। कभी-कभी भू राजनीतिक तनाव सहित अनेक वैश्विक चुनौतियां उत्पन्न हो जाती हैं। और यह कभी-कभी अधिक जटिल हो जाती है।  g20 एक ऐसा माध्यम बनकर उभरता है। जिसमें विकसित और विकासशील देश सम्मिलित होकर इन मुद्दों पर अध्ययन और जटिलता के माध्यम से चर्चा करके एक बेहतर परिणाम को बातचीत और सहयोग से समाधान ढूंढने की कोशिश करते हैं। जो वैश्विक चुनौतियों से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।

 

6. जलवायु परिवर्तन को संरक्षित करने में मदद 

 

G20 ग्रुप विकसित और विकासशील देशों के सदस्यों से मिलकर बना हुआ है। विश्व में अनेक तरह के प्रदूषण से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं। और भविष्य में भी अनेक भारी-भरकम पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन जी 20 ग्रुप आपस में मिलकर उन सारी पर्यावरण समस्याओं से निजात पाने के लिए लगातार नीतियों और समन्वय को बनाने की कोशिश करता है। जिससे विश्व में पर्यावरणीय समस्याएं दूर हो सके और एक स्वच्छ पर्यावरण का विकास किया जा सके। जिससे प्रत्येक जीव जंतु और मानव समूह के जीवन को बेहतर जीवन प्रदान किया जा सके।

 

 

7. अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना

 

G20 ग्रुप में विकसित और विकासशील देश आपस में मिलकर सहयोग की भावना को बढ़ावा देते हैं। इससे विभिन्न विकसित और विकासशील देशों के बीच आर्थिक गतिविधियों से अर्थव्यवस्था को उन्नत बनाने सकता है। विभिन्न बाजारों को बेहतर बातचीत के माध्यम से बढ़ावा दिया जा सकता है।  g20 सदस्य देश विकसित और विकासशील देशों के बीच समानता, लैंगिक, सांस्कृतिक, सामाजिक या अन्य अंतर को पाटने में मदद करता है। जो वैश्विक मुद्दों पर बातचीत और सहयोग की माध्यम से अनेक सुविधा प्रदान करके अर्थव्यवस्था के साथ-साथ उस देश को भी विकसित करने मे मदद करता है।

 

8. सदस्य देशों के बीच समन्वय में सुधार करना

 

सदस्य देश एक अंतरराष्ट्रीय मंच साझा करते हैं, जिसके माध्यम से सदस्य देशों की सरकारें सूचनाओं का आदान-प्रदान करती हैं। और मौद्रिक नीति, विनिमय, निवेश और व्यापार सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आर्थिक संबंधों पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करती हैं। विभिन्न नीतियों और वित्तीय नीतियों को बेहतर बनाने में एक-दूसरे का सहयोग करता है। साथ ही ये कई अंतरराष्ट्रीय समस्याओं की चुनौतियों से पार पाने में भी मददगार साबित होते हैं। जो सदस्य देशों के आर्थिक विकास के साथ-साथ उन्नत और समृद्ध राष्ट्रों के निर्माण में भी मदद करता है।

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