नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत है | Sources of renewable energy
what is renewable energy in hindi |
नवीकरणीय ऊर्जा क्या है | Renewable energy kya hai
नवीकरणीय
ऊर्जा को प्राकृतिक ऊर्जा भी कहते हैं इस ऊर्जा की उत्पत्ति प्राकृतिक संसाधनों के
माध्यम से होती है नवीकरणीय ऊर्जा की स्त्रोत अनंत है। या प्राकृतिक माध्यम से ऊर्जा
भर्ती और उत्सर्जित होती जाती है और पर्यावरण को संचालित करने में स्थाई रूप से मदद
करती है नवीनीकरण ऊर्जा प्राकृतिक में घटने वाली जितनी घटनाएं है उस में भाग लेते हैं
इनमें मुख्यता सौर ऊर्जा पवन ऊर्जा जल ऊर्जा भूतापीय ऊर्जा बायोमास ऊर्जा समुद्री ऊर्जा
शामिल होती है इन उर्जा के माध्यम से प्राकृतिक को ऊर्जा प्राप्त होती है और वहां अपने
कार्य को संचालन कर पाती हैं लेकिन हम अगर इन प्राकृतिक ऊर्जा ओं का उपयोग प्रौद्योगिकी
के माध्यम से करें तो इसका उपयोग करके हम असंख्य मात्रा में ऊर्जा की प्राप्ति कर सकते
हैं और पर्यावरण को प्रदूषण से बचा सकते हैं नवीनीकरण ऊर्जा के स्रोत इन प्रकारों को
विस्तार से जानते हैं।
अक्षय ऊर्जा के स्रोत क्या है | Types of renewable energy
1.
सौर ऊर्जा | Solar energy
प्राकृतिक
से मिलने वाली ऊर्जा में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है इसके माध्यम से पेड़ पौधे जीव
जंतुओं को अपना भोजन प्राप्त हो पाता है सौर ऊर्जा को हम सोलर पैनल टेक्नोलॉजी के माध्यम
से अगर उपयोग करते हैं तो इससे बिजली उत्पन्न की जा सकती है सौर ऊर्जा को हम सोलर पैनल
के माध्यम से बिजली में परिवर्तित कर सकते हैं और इसका उपयोग करके हम पर्यावरण को शुद्ध
एवं स्वच्छ बना सकते हैं सौर ऊर्जा एक प्राकृतिक ऊर्जा का मुख्य स्रोत है जो स्थाई
रूप से सूर्य और ब्रह्मांड से मिलने वाली मुख्य ऊर्जा स्रोतों में से एक है सौर ऊर्जा
का हम जितना ज्यादा उपयोग करेंगे उतना ही हमारे लिए लाभदायक और कारगर साबित होगा यह
नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों में से सबसे लोकप्रिय ऊर्जा के रूप में जाना जाता है
सौर
ऊर्जा का उपयोग - हम खाना बनाने में, पानी गर्म करने में, घर में विद्युत संचालन करने
में, फैक्ट्रियों में विद्युत संचालन करने में, स्ट्रीट लाइट के रूप में, बीहड़ क्षेत्र
में या दूर इलाकों में, बिजली पहुंचाने में, आसानी से सोलर पैनल के माध्यम से उपयोग
कर सकते हैं।
2.
पवन ऊर्जा | Wind energy
पवन
ऊर्जा प्रकृति से मिलने वाली शुद्ध और स्वच्छ वायु के माध्यम से वायु की विपरीत दिशा
में जब हम पवनचक्की लगाते हैं तो वायु पवन चक्की ब्लेड्स को घुमाने लगती हैं। पवन चक्की
में स्थित है टरबाइन के माध्यम से पवन की गतिज ऊर्जा को हम बिजली में परिवर्तित कर
देते हैं। जिससे हमें बिजली की प्राप्ति होती है पवन ऊर्जा का हम उपयोग करके बिजली
की समस्याओं को खत्म कर सकते हैं यह अक्षय ऊर्जा सबसे तेज गति से बढ़ती स्रोतों में
से एक है भारत में मुख्यता तमिलनाडु गुजरात केरल आंध्रप्रदेश या अन्य तटवर्ती क्षेत्रों
में इसका अधिकतर यूज किया जाता है और वहां बिजली उत्पन्न की जाती है।
उपयोग
पवन ऊर्जा के उपयोग - इसके माध्यम से घरों में बिजली की सप्लाई की जाती है इरिगेशन
खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है बिजली आपूर्ति के लिए पवन ऊर्जा का बेहतर
रूप से प्रयोग किया जा सकता है।
3.
जल ऊर्जा | Hydroelectric power
हाइड्रो
एनर्जी, जिसे जल विद्युत एनर्जी के नाम से भी जाना जाता है यह नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों
में से एक मुख्य ऊर्जा का स्रोत है जब नदियों में या किसी ऊंची जगह में पानी का संचालन
होता है तो उस जगह हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्लांट के माध्यम से गिरने वाले या तेज
चलने वाली पानी की गतिज ऊर्जा का उपयोग करके उनसे हम टरबाइन के माध्यम से बिजली में
परिवर्तित कर देते हैं। जिससे हमें बिजली प्राप्त होती हैं। पनबिजली संयंत्र को मूल
रूप से बांध बनाकर उत्पन्न किया जाता है बड़े-बड़े बांधों और नदियों में पानी के बहाव
को नियंत्रित करके तेज गति से टरबाइन के ब्लेड में गिराया जाता है। और उस ब्लेड के
माध्यम से टरबाइन में पानी की गतिज ऊर्जा को स्थानांतरित किए जाते हैं। जिससे टरबाइन
घूमने लगता है, और वह बिजली उत्पन्न करने लगती हैं।
जल विद्युत के अनेक फायदे हैं - यह एक स्वच्छ एवं स्थाई स्रोत हैं जो ग्रीन हाउस प्रदूषण को कम करता है यह विश्वसनीय बिजली में से एक है इसे आसपास के इलाकों में बिजली की सप्लाई की जा सकती है घरेलू बिजली की सप्लाई की जा सकती है इसके माध्यम से बाढ़ को नियंत्रित किया जा सकता है सिंचाई एवं मनोरंजन के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
4.
भूतापीय ऊर्जा | Geothermal energy
भूतापीय
ऊर्जा एक नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों में से एक है पृथ्वी के आंतरिक भाग अर्थात कोर से
उत्पन्न उष्मा के माध्यम से प्राप्त होने वाली ऊर्जा को भूतापीय ऊर्जा कहते हैं। यह
एक स्वच्छ एवं स्थाई ऊर्जा स्रोतों में से एक हैं। जिसका हम उपयोग करके बिजली उत्पन्न
करते हैं। भूतापीय ऊर्जा स्रोत मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं शुष्क भाप भूतापीय उर्जा,
फ्लैश स्ट्रीम भूतापीय ऊर्जा और बाइनरी चक्र भूतापीय ऊर्जा। आमतौर पर भूतापीय सयंत्र
ऊर्जा स्रोतों को उच्च स्तर वाले क्षेत्रों में स्थापित किए जाते हैं जैसे ज्वालामुखी
क्षेत्रों में, हॉटस्प्रिंग क्षेत्रों में, गीजर क्षेत्रों में। एक सूखे भाप संयंत्र
में भूतापीय ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए भूमिगत से एक पाइप लाइन टरबाइन चलाने के लिए
कनेक्ट किया जाता है। जब गर्म वायु पर पड़ती तो टरबाइन को चलाती है तो उसे बिजली उत्पन्न
होने लगती हैं। फ्लैश स्टीम प्लांट में भाप बनाने के लिए टैंक पर पानी का छिड़काव किया
जाता है। जिसे गर्म वायु के कारण टरबाइन को चलाया जाता है जिससे बिजली उत्पन्न होती
हैं बायनरी चक्र संयंत्र में गर्म पानी का उपयोग करके तरल पदार्थ को कम कवथांनक के
साथ गर्म किया जाता है, जिससे टरबाइन को चलने के लिए भाप उत्पन्न होता है और इसके माध्यम
से टरबाइन चलने लगती है और बिजली उत्पन्न किया जाता है
भूतापीय
ऊर्जा के उपयोग - इमारतों को गर्म करने में, गर्म पानी को गर्म करने में, ग्रीनहाउस
गैसेस के प्रदूषण को कम करने में, बिजली की आपूर्ति के लिए जीवाश्म ईंधन ओं की निर्भरता
को कम करने के लिए तथा स्थानीय रोजगार सृजन के लिए किया जाता है
5.
बायोमास ऊर्जा | Biomass energy
बायोमास
ऊर्जा एक नवीनीकरण ऊर्जा स्रोत है, जो वनस्पति पेड़ पौधे लकड़ी कृषि कचड़े नगर निगम
नगर पालिका से निकले हुए कार्बनिक पदार्थों से बने कचड़े या अन्य किसी तरह के कचरे
को बायोमास की विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके बिजली, जैव ईंधन या अन्य ऊर्जा को प्राप्त
किया जाता है। अर्थात इन सभी प्राकृतिक कचरे को उपयोग करके इसे इंधन में परिवर्तन किया
जाता है। बायोमास बिजली संयंत्रों में इन प्राकृतिक कचड़ो के दहन के माध्यम से बिजली
का उत्पादन किया जाता है। बायोमास से एथेनॉल, मेथेन और बायोडीजल जैसे इंधनो में भी
इसी परिवर्तित किया जाता है। जिसका उपयोग विभिन्न वाहनों परिवहन में उपयोग में लाया
जाता है।
बायोमास
का उपयोग - करके हम जीवाश्म इंधन के ऊपर निर्भरता को कम कर सकते हैं। बायोमास के कचरे
से किसानों के आय के स्त्रोत में वृद्धि किया जा सकता है। बायोमास के माध्यम से एथेनॉल,
बायोडीजल जैस ईंधन का उपयोग करके वाहनों के लिए इंधन की उपलब्धता बढ़ाई जा सकती हैं।
वनों की कटाई और जैव विविधता की हानि को रोका जा सकते हैं।
6.
महासागरीय ऊर्जा | Ocean energy
महासागरीय
ऊर्जा को नवीनीकरण ऊर्जा के रूप में जाना जाता है महासागर से उत्पन्न होने वाली लहरों
ज्वार, धाराओं तथा महासागरीय ताप के अंतर से जो ऊर्जा उत्पन्न होती है उससे विभिन्न
तकनीकों एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से महासागरीय ऊर्जा को बिजली में परिवर्तित किया
जाता है।
महासागरी
ज्वारी ऊर्जा
महासागर
में उठने वाली ज्वार की गतिज ऊर्जा से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा है जिसे उठने वाली जवारी
ऊर्जा को टरबाइन के द्वारा ग्रहण किया जाता है। जो महासागरीय धाराओं को दोहन करके टरबाइन
को चलाया जाता है जिससे महासागरीय तापीय ऊर्जा रूपांतरण करके बिजली उत्पन्न किया जाता
है।
महासागरी
तरंग ऊर्जा
तरंग
ऊर्जा महासागरी तरंग ऊर्जा होती है, जो महासागर में उठने वाली जो तरंगे हैं, उसको उपकरणों
के माध्यम से कैप्चर किया जाता है, तथा महा सांगरी तरंगों की गतिज ऊर्जा को विभिन्न
टेक्नोलॉजी के माध्यम से विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है।
महासागरीय
ऊर्जा के अनेक फायदे हैं - यह एक स्वच्छ और स्थाई ऊर्जा स्रोतों में से एक है इसे ग्रीन
हाउस गैस प्रदूषक ओं को कम किया जा सकता है समुद्र में उठने वाली धाराओं लहरों और ज्वार
भाटा का उचित एवं सटीक पूर्वानुमान लगाया जा सकता है इसके माध्यम से जो बिजली उत्पन्न
होती है उसे आसपास के नगरों कस्बों में बिजली की सप्लाई की जा सकती है।
7. हाइड्रोजन ईंधन | Hydrogen energy
हाइड्रोजन
ईंधन स्वच्छ एवं शुद्ध नवीनीकृत ऊर्जा स्रोतों में से एक है, हाइड्रोजन के उपयोग से
जो बिजली उत्पादन होता है। उसे पर्यावरण को किसी तरह की नुकसान नहीं होती है वह अंतिम
उत्पाद के रूप में केवल ऊर्जा और पानी पैदा करती है। हाइड्रोजन गैस को विभिन्न तरीकों से उत्पादन किया
जा सकता है, प्राकृतिक गैसों के माध्यम से हाइड्रोजन ईंधन का उत्पादन किया जा सकता
है। बायोमास के प्रयोग से हाइड्रोजन ईंधन का उत्पादन किया जा सकता है। सोलर और पवन
ऊर्जा के माध्यम से भी इसका उत्पादन किया जा सकता है। हाइड्रोजन एक ऊर्जा का भाग है।
जिसका उपयोग अन्य स्रोतों के माध्यम से ऊर्जा उत्पादित कर स्टोर करना, स्थानांतरित
करना, और वितरण करने के लिए किया जा सकता है। हाइड्रोजन गैस से ऊर्जा उत्पादन के लिए
इसे बिना जलाएं इसकी रासायनिक ऊर्जा को सीधा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता
है। आमतौर पर प्राकृतिक गैस सुधार और इलेक्ट्रोलिसिस के माध्यम से हाइड्रोजन को विद्युत
ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
नवीकरणीय
ऊर्जा स्रोत का उदाहरण है ?
नवीकरणीय
ऊर्जा स्रोतों के उदाहरण के रूप में मुख्यता सात प्रकार के ऊर्जा को सम्मिलित किया
जाता है इनके उदाहरण सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, जल विद्युत ऊर्जा, बायोमास
ऊर्जा, महासागरीय ऊर्जा और हाइड्रोजन ऊर्जा को सम्मिलित किया जाता है।
ऊर्जा
का नवीकरणीय स्रोत कौन सा है ?
ऊर्जा
के नवीकरणीय स्रोतों में पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, जलविद्युत ऊर्जा, हाइड्रोजन
ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा और समुद्री ऊर्जा शामिल हैं।
ऊर्जा
का नवीकरणीय स्रोत नहीं है ?
ऊर्जा
के नवीकरणीय स्रोतों में पेट्रोलियम, कोयला, प्राकृतिक गैस और जीवाश्म ईंधन शामिल नहीं
हैं। जबकि नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में जलविद्युत ऊर्जा, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय
ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा शामिल हैं।
कौन
सा नवीकरणीय स्रोत नहीं है ?
पेट्रोलियम,
जीवाश्म ईंधन, प्राकृतिक गैस, कोयला नवीकरणीय ऊर्जा नहीं है। यह मुख्य रूप से गैर-नवीकरणीय
ऊर्जा स्रोतों का उदाहरण है।
नवीकरणीय
स्रोत कौन-कौन से हैं ?
नवीकरणीय
स्रोत या अक्षय ऊर्जा में सौर ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, जलविद्युत
ऊर्जा, समुद्री ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा शामिल हैं।
कौन
नवीकरणीय ऊर्जा का स्रोत नहीं है?
कोयला,
प्राकृतिक गैस, जीवाश्म ईंधन और पेट्रोलियम नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उदाहरण नहीं
हैं, ये सभी गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उदाहरण हैं।
पेट्रोलियम
कौन सी ऊर्जा का स्रोत है?
पेट्रोल
और पेट्रोलियम को गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उदाहरण के रूप में माना जाता है।
क्या
पेट्रोल और डीजल ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत है?
नहीं,
पेट्रोल और डीजल को गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उदाहरण के रूप में माना जाता है।
नवीकरणीय
स्रोत क्या है उदाहरण सहित?
प्राकृतिक
संसाधनों के माध्यम से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा जो कभी खत्म नहीं होती है। वह लगातार
प्राकृतिक रूप से बनी हुई होती है। इन संसाधनों का उपयोग जब हम ऊर्जा उत्पादन के लिए
करते हैं। तो उसे नवीनीकृत ऊर्जा स्रोत कहा जाता है। यह शुद्ध और स्वच्छ होता है। और यह पर्यावरण को किसी तरह की नुकसान नहीं पहुंचाता
है। इसके उदाहरण बायोमास ऊर्जा सोलर ऊर्जा पवन ऊर्जा भूतापीय ऊर्जा जल विद्युत ऊर्जा
हाइड्रोजन ऊर्जा महासागरीय ऊर्जा इत्यादि को माना जाता है।
ऊर्जा
के दो अनवीकरणीय स्रोत है ?
कोयला,
पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, डीजल, पेट्रोल और जीवाश्म ईंधन को गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों
के उदाहरण के रूप में माना जाता है।
अक्षय
ऊर्जा के स्रोत एवं उनका महत्व
अक्षय
ऊर्जा के मुख्य स्रोतों में महासागरीय ऊर्जा बायोमास ऊर्जा जल विद्युत ऊर्जा सौर ऊर्जा
पवन ऊर्जा भूतापीय ऊर्जा हाइड्रोजन ऊर्जा को माना जाता है अक्षय ऊर्जा का महत्व वैसे
तो बहुत सारे हैं लेकिन यह पर्यावरण को किसी तरह की हानि नहीं पहुंचाती है यह शुद्ध
और स्वच्छ ऊर्जा होती है यह अविश्वसनीय ऊर्जा होती है यह कभी खत्म ना होने वाली ऊर्जा
होती है यह ऊर्जा की प्रमुख स्रोतों में से एक होती है अक्षय ऊर्जा को मानव जाति और
संपूर्ण जीव जंतुओं की भलाई के लिए स्वच्छता और शुद्धता के साथ उपयोग किया जा सकता
है।
अक्षय
ऊर्जा के 7 मुख्य स्रोत क्या हैं?
अक्षय
ऊर्जा के 7 मुख्य स्रोतों में महासागरीय ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा, जल विद्युत ऊर्जा, सौर
ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा को माना जाता है।
अक्षय
ऊर्जा क्यों महत्वपूर्ण है?
अक्षय
ऊर्जा का महत्व वैसे तो बहुत सारे हैं लेकिन यह पर्यावरण को किसी तरह की हानि नहीं
पहुंचाती है यह शुद्ध और स्वच्छ ऊर्जा होती है यह अविश्वसनीय ऊर्जा होती है यह कभी
खत्म ना होने वाली ऊर्जा होती है यह ऊर्जा की प्रमुख स्रोतों में से एक होती है अक्षय
ऊर्जा को मानव जाति और संपूर्ण जीव जंतुओं की भलाई के लिए स्वच्छता और शुद्धता के साथ
उपयोग किया जा सकता है।
अक्षय
ऊर्जा के 4 मुख्य प्रकार क्या हैं?
अक्षय
ऊर्जा के मुख्य स्रोतों में सोलर ऊर्जा, महासागरीय ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा, जल विद्युत
ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा को माना जाता है
कौन
सी ऊर्जा अक्षय ऊर्जा है?
अक्षय
ऊर्जा के मुख्य स्रोतों में बायोमास ऊर्जा, सौर ऊर्जा, महासागरीय ऊर्जा, जल विद्युत
ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा को माना जाता है
अक्षय
ऊर्जा स्रोतों से आप क्या समझते हैं?
प्राकृतिक
संसाधनों के माध्यम से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा जो कभी खत्म नहीं होती है। वह लगातार
प्राकृतिक रूप से बनी हुई होती है। इन संसाधनों जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, महासागरीय
ऊर्जा, जल विद्युत ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा का उपयोग
जब हम ऊर्जा उत्पादन के लिए करते हैं। तो उसे नवीनीकृत ऊर्जा स्रोत कहा जाता है। यह शुद्ध और स्वच्छ होता है। और यह पर्यावरण को किसी तरह की नुकसान नहीं पहुंचाता
है। यह शुद्ध और स्वच्छ ऊर्जा होती है यह अविश्वसनीय ऊर्जा होती है यह कभी खत्म ना
होने वाली ऊर्जा होती है यह ऊर्जा की प्रमुख स्रोतों में से एक होती है अक्षय ऊर्जा
को मानव जाति और संपूर्ण जीव जंतुओं की भलाई के लिए स्वच्छता और शुद्धता के साथ उपयोग
किया जा सकता है।
अक्षय
ऊर्जा कितने प्रकार के होते हैं?
अक्षय
ऊर्जा के मुख्यतः 7 प्रकार होते है, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, महासागरीय ऊर्जा, जल विद्युत
ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा को अक्षय ऊर्जा के रूप में जाना
जाता है।
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