जल प्रदूषण को कम करने के 15 तरीके | How to Reduce Water Pollution

जल प्रदूषण को कम करने के तरीके बताइए | how to prevent the water pollution

jal pradushan ko kaise roka jaaye
jal pradushan ko rokne ke upay


जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय बताइए | how to stop water pollution

 

 

1. सस्टेनेबल कृषि पद्धति को बढ़ावा दें

 

जल प्रदूषण के एक मुख्य कारण के रूप में कृषि कार्य का नाम सर्वप्रथम लिया जाता है। कृषि कार्यों में हर एक प्रकार के रासायनिक खाद कीटनाशक इत्यादि का अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है जिससे जल प्रदूषण बहुत अधिक मात्रा में बढ़ती है इसलिए कृषि कार्यों में जैविक खेती और फसल चक्र में सस्टेनेबल कृषि पद्धति से करने की आवश्यकता है जिससे कृषि पद्धति में उपयोग होने वाले रासायनिक खादों और उर्वरकों की मात्रा को कम किया जा सके जो जल प्रदूषण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका के रूप में कार्य करेगा।

 

 

2. बायोडिग्रेडेबल वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा दें

 

जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बायोडिग्रेडेबल से बने हुए वस्तुओं का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए क्योंकि इसको आसानी से डी कंपोस्ट किया जा सकता है लेकिन बायोडिग्रेडेबल से बनी हुई वस्तु को आसानी से डी कंपोस्ट करना आसान नहीं होता है बायोडिग्रेडेबल वस्तु पर्यावरण के अनुकूल होती है जिससे निकलने वाले वेस्ट पदार्थ जल प्रदूषण को कम मात्रा में प्रदूषित करती है या नहीं के बराबर प्रदूषित करती है इससे जल प्रदूषण को रोकने में मदद मिल सकती है।

 

3. जल प्रदूषण के निवारण के लोगों में जागरूकता बढ़ाएं

 

जल प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों में जागरूकता होना अति आवश्यक है जब तक लोगों में जल प्रदूषण की प्रति गंभीर जागरूकता पैदा नहीं होगी तब तक लोग जल प्रदूषण करते रहेंगे जल की जितनी महत्व को जानेंगे उतनी जल प्रदूषण के निवारण के लिए लोगों के द्वारा कार्य किया जाएगा जल प्रदूषण के निवारण के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को जिम्मेदार होना चाहिए साथ ही साथ परिवार स्तर पर स्थानीय स्तर पर जिला स्तर पर राज्य स्तर पर और राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जल प्रदूषण की जागरूकता के लिए प्रयास करना चाहिए इससे लोगों में जल प्रदूषण के प्रति गंभीर जागरूकता पैदा होगी जिससे हम जल प्रदूषण को रोक सकते हैं।

 

 

4. प्रदूषित खतरनाक सामग्रियों का उचित निपटारा करें

 

जल को कोई अत्यधिक मात्रा में प्रदूषित करती है, तो वह प्रदूषित पदार्थ सूक्ष्म कणों के मिलने से होता है जैसे कि अनेक रसायनों से कीटनाशक से कवक नाशक से फ़र्टिलाइज़र से तेल के रिसाव से रसायनिक रेडियोधर्मी पदार्थों से औद्योगिक कपड़ों से कपड़ों से कचरो से अत्यधिक मात्रा में प्रदूषित और खतरनाक सामग्रियां उत्पन्न होती है जो जल प्रदूषण को बढ़ाने के लिए सबसे बड़े जिम्मेदार होते हैं जल प्रदूषण को कम करने के लिए इन खतरनाक प्रदूषित पदार्थ का उचित ढंग से निपटारा करना अति आवश्यक होता है जिसे जल के प्रदूषण को रोका जा सकता है।

 

 

5. स्थानीय साफ-सफाई को बढ़ावा दें

 

कई बार हम देखते हैं, कि बारिश की पानी में  स्थानी गंदगी के कारण बहुत प्रदूषित हो जाती हैं अर्थात बारिश के पानी में स्थानी कचड़े या अन्य प्रदूषक पदार्थ मिलकर शुद्ध जल को प्रदूषित कर देते हैं जो धीरे-धीरे नदी के माध्यम से तालाब,झील या समुद्र में चले जाते हैं या भूमिगत हो जाते हैं और यह जल को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती हैं इसलिए स्थानीय साफ सफाई में अत्यधिक मात्रा में ध्यान देने की आवश्यकता है जिसे अन आवश्यक कचड़े और प्रदूषक पदार्थों को पानी में मिलने से रोका जा सके इससे जल प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

 

 

6. जल का उपयोग कम मात्रा में करें

 

आवश्यकता पड़ने पर ही जल की उपयोगिता सार्थक होती है, पर बहुत से ऐसे उदाहरण प्रस्तुत होते हैं जिसके कारण जल का हम अधिक से अधिक मात्रा में दुरूपयोग करते हैं और जल को वेस्ट होने देते हैं जब हम जल का अधिक से अधिक मात्रा में दोहन करते हैं, और उसका वेस्ट अधिक मात्रा में करते हैं, तो दूषित पदार्थ जल में मिल जाते हैं जिससे जल प्रदूषण बढ़ जाता है इस जल प्रदूषण को रोकने के लिए हम सबको जल का कम से कम मात्रा में उचित उपयोग करना चाहिए।

 

 

7. पशुओं के द्वारा निकलने वाले कचरे को उचित निपटारा करें

 

गांव में शहरों में आपने आसपास आपने जरूर देखा होगा की पालतू पशुओं से निकलने वाले कचड़े गोबर मूत्र या सड़े हुए पदार्थ में अनेक तरह के बैक्टीरिया तत्व विषाणु या अन्य प्रदूषक पदार्थ होते हैं जो जल के साथ मिलकर जल को प्रदूषित कर देते हैं पालतू पशुओं से निकलने वाले कचरे का उचित रूप से निपटारा करना अति आवश्यक है क्योंकि हम अगर इसका उचित रूप से निपटारा नहीं करते हैं तो यह जल में मिलकर जल को अत्यधिक मात्रा में प्रदूषित करती हैं जब हम इसका ठीक से निपटारा करेंगे तो जल के प्रदूषण को कम करने में हमको मदद मिल सकती है।

 

 

जल प्रदूषण को रोकने के उपाय | ways to prevent water pollution

 

 

 

8. सेप्टिक टैंक को ठीक से बनाएं

 

घर में मल मूत्र त्यागने के लिए बनाए गए सेप्टिक टैंक को ठीक से बनाना अति आवश्यक है क्योंकि यदि सेफ्टी टैंक को ठीक से नहीं बनाया गया तो यह वर्षा के जल में दूषित पदार्थ मिश्रित हो जाता है जिसे जल प्रदूषण बढ़ जाता है या कभी-कभी आसपास के नालों में सेफ्टी टैंक से लिक होने वाले दूषित पदार्थ जाकर मिश्रित हो जाते हैं जिससे जल प्रदूषण अत्यधिक मात्रा में बढ़ने लगते हैं सेप्टिक टैंक को ठीक से बनाने से जल प्रदूषण को कम किया जा सकता है

 

 

9. शहरों से निकलने वाली नालियों को फिल्टर करें

 

शहरों से निकलने वाली अधिकतर नालियां जाकर किसी नदी नाले या झील या समुद्र में जाकर मिल जाती है लेकिन शहरों से निकलने वाली नालियों में अत्यधिक मात्रा में दूषित पदार्थ मिले हुए होते हैं इन नालियों को नदियों झील तालाब और समुद्र में मिलने से पहले फिल्टर करना अति आवश्यक है क्योंकि इनके दूषित पदार्थ की वजह से जल प्रदूषण बहुत गंभीरता से बढ़ सकती हैं जब हम इन नालियों को फिल्टर करेंगे तो स्वच्छ जल नदी नालों और समुद्र में छोड़ा जा सकता है जिसे जल प्रदूषण को कम किया जा सकता है

 

 

10. कृषि के लिए प्राकृतिक उर्वरकों का उपयोग करें

 

कृषि कार्यों में आजकल अत्यधिक फसल उत्पादन के लिए रासायनिक खादों और कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है लेकिन यह जल प्रदूषण को बढ़ाता है जबकि प्राकृतिक उर्वरक जल में आसानी से घुल कर जल को कम मात्रा में प्रदूषित करती है अर्थात कभी-कभी नहीं के बराबर प्रदूषित करती हैं क्योंकि यहां प्राकृतिक से बनी हुई होती है जो जल में जाकर डी कंपोस्ट हो जाती हैं इससे जल प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

 

 

11. प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें

 

जल प्रदूषण को गंभीर रूप से प्रभावित करने के कारक के रूप में प्लास्टिक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है यदि जल प्रदूषण को कम करना है तो हमें प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करना चाहिए प्लास्टिक कण के माध्यम से जल को गंभीर रूप से क्षति पहुंचती है जल में प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण जाकर मिल जाते हैं और जल को प्रदूषित करते हैं कई बार प्लास्टिक डी कंपोस्ट नहीं होता है जिससे भूमिगत जल को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं प्लास्टिक के जगह हमें सिंगल यूज प्लास्टिक किया बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक का उपयोग करना चाहिए जिससे आसानी से इन प्लास्टिक का डी कंपोस्ट हो जाए। जिससे जल प्रदूषण को अच्छी तरह से प्रबंधन और स्वच्छ रखा जा सकता है इसे जल प्रदूषण को रोका जा सकता है।

 

 

12. इलेक्ट्रॉनिक्स बैटरी एवं e - वेस्टेज सामानों का उचित भंडारण और निस्तारण करना चाहिए

 

आज के आधुनिक दुनिया में हर मनुष्य के पास कोई ना कोई आधुनिक टेक्नोलॉजी के रूप में मोबाइल लैपटॉप टीवी फ्रिज जैसे अनेक फाइबर से बनी हुई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स हैं साथ ही साथ में यूज होने वाले बैटरी जिसमें अत्यधिक मात्रा में विषैले पदार्थ  मिश्रित रहते हैं अगर हम इन सभी इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इ-वेस्ट का मटेरियल का उचित निपटारा नहीं करते हैं, तो यह जल प्रदूषण को बढ़ा देते हैं इसलिए इन पदार्थों का उचित मात्रा में भंडारण एवं निस्तारण करना अति आवश्यक है जिसे जल प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

 

 

 

13. कीटनाशकों का कम प्रयोग करें

 

कृषि कार्यों में आजकल अधिक से अधिक उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों के द्वारा कीटनाशकों को भरपूर मात्रा में उपयोग किए जाते हैं लेकिन यह जल प्रदूषण में जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण के लिए हानिकारक होता है साथ ही साथ या फूड चैन को भी पूरी तरह से प्रभावित करती हैं इसलिए किसानों को कृषि की उपज के लिए रसायनिक कीटनाशकों की जगह प्राकृतिक कीटनाशक का उपयोग करना चाहिए या कम मात्रा में कीटनाशकों का उपयोग करना चाहिए जिससे जल प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण और खाद्य प्रदूषण को रोका जा सके।

 

 

14. कचरी का उचित निपटारा करें

 

आजकल के आधुनिक दुनिया में उपयोग में लाने वाले कचड़े उदाहरण के तौर पर प्लास्टिक बैग्स प्लास्टिक डिब्बे पॉलिथीन ठोस धातु से बने हुए डिब्बे, धातु से बने हुए डिब्बे जैसे अन्य ठोस अपशिष्ट ओ का उचित ढंग से निपटारा करना अति आवश्यक है क्योंकि अगर इन कचड़ो का उचित ढंग से निपटारा नहीं किया गया तो यह या पदार्थ सड़ गर्ल का पानी में घुल मिल जाते हैं। जिससे पानी प्रदूषित हो जाती हैं, अगर इन कचरों का उचित ढंग से निपटारा किया गया तो जल प्रदूषण को कम करने में सहायता मिलेगी।

 

15. जल प्रदूषण को रोकने के लिए नियम कानून बनाएं

 

जल प्रदूषण आज के समय में एक गंभीर समस्या है इस गंभीर समस्या को हल करने के लिए स्थानी क्षेत्रीय स्तर राज्य स्तर राष्ट्रीय स्तर एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाना अति आवश्यक है इन कानूनों के माध्यम से जल प्रदूषण को रोकने के लिए अनेक उपाय किए जा सकते हैं जैसे लोगों में जागरूकता बढ़ाना जल प्रदूषण करने वाले पर दंडात्मक कार्रवाई करना जल प्रदूषण को कम करने में सहायता करने वाले को प्रोत्साहन देना शिक्षा के माध्यम से जल के महत्व को बताना और जल प्रदूषण को कैसे कम करना है उसके बारे में समझाना, लोगों में जागरूकता जल के प्रति बढ़ाना जैसे अनेक कार्यों को नियम कानून के द्वारा आसानी से किया जा सकता है जो जल प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

 

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