स्थानांतरित कृषि || Shift Cultivation

झूम कृषि किसे कहते हैं | shifting cultivation in hindi

 

स्थानांतरित कृषि किसे कहते हैं
shifting cultivation 

स्थानांतरित कृषि से क्या आशय है | shifting cultivation kya hai

स्थानांतरित कृषि (shifting agriculture ) विश्व की प्रायः सभी उष्णकटिबंधीय एवं आद्रा क्षेत्रों में किसी किसी रूप में किया जाता है, पर्वतों के ढलान, पहाड़ी प्रदेश, जंगली प्रदेश पर जनजातियों द्वारा इस प्रकार की कृषि परंपरा का निर्वहन जीवन निर्वाह के लिए किया जाता है।   स्थानांतरित कृषि खानाबदोश जीवन जीने वाले लोगों की एक आदिम कृषि व्यवस्था है।

 स्थानांतरित कृषि से क्या तात्पर्य है | shifting cultivation ka matlab

कृषि भूमि की एक ही भू -भाग पर अधिक लंबे समय तक ना होकर समय-समय पर भूमि को बदलते रहना की परंपरा को स्थानांतरित कहते है। किसी में विभिन्न जनजातियों द्वारा वनों को जलाकर भूमि तैयार किया जाता है या कुछ जनजातियां कुल्हाड़ी द्वारा पौधों की कटाई कर भूमि को तैयार करते हैं इसके लिए विभिन्न जनजातियां विभिन्न चरणों में कृषि भूमि का निर्माण करते हैं।


 स्थानांतरण खेती की परिभाषा | shifting cultivation definition

स्थानांतरित कृषि एक ऐसी परंपरा है जिसमे जनजातियों के द्वारा जंगल के किसी विशेष भू-भाग को चुनकर उस भू-भाग के वनों को साफ करके वनों को जलाकर के उस भूभाग में फसल उगाया जाता है। जब तक उस भू-भाग की उर्वरता बनी रहे, यदि यदि उच्च भूमि की उर्वरा शक्ति खत्म हो जाती है, तो जनजातियों के द्वारा जंगल की किसी अन्य भाग को कृषि के लिए चयन करके उस भूभाग में पुनः जंगल को साफ करके, जला करके उसको फसल के लिए उपयुक्त बनाया जाता है। और उस भू-भाग में फसल उगा जाता है, साथ ही साथ पहले भू- भाग जहां पर पूर्व में कृषि की जाती थी।  उस जमीन को ऐसे ही छोड़ दिया जाता है, धीरे-धीरे उस भू-भाग पर पुनः वन स्थापित होने लगता है। और यह परंपरा बार-बार जनजातियों के द्वारा अलग-अलग स्थानों पर दोहराई जाती है, और इसे ही स्थापित किसी या झूम कृषि के रूप में जाना जाता है।

 

 

स्थानांतरित कृषि के विभिन्न चरण | shifting agriculture steps

 

1. जंगल के किसी हिस्से को कृषि कार्य हेतु चयन करना।

2. उस भूभाग क्षेत्र के वृक्षों एवं पौधों को काटना और उसे सुखाने के लिए फैला देना।

3. सूखे हुए वृक्षों और झाड़ियों को आग लगा देना।

4. जनजातियों द्वारा पारंपरिक अनुष्ठान एवं पूजा करना।

5. जाली हुई वृक्षों एवं झाड़ियों से निकले हुए राख को जमीन में फैला देना और जमीन को तैयार करना।

6. कुल्हाड़ी खुरपी फोड़े या लकड़ी की सहायता से तैयार हुए भूमि में बीज बोना।

7. बोये हुए पौधे की देखरेख एवं सुरक्षा करना।

8. फसल तैयार होने के बाद उसे काटना और जमा करना।

9. फसल कटने के बाद आनंद महोत्सव मनाना और अपने देवी-देवताओं को फसल अर्पण करना।

 

विभिन्न देशों में स्थानांतरित कृषि के नाम | shifting cultivation names in world


1.इंडोनेशिया में लादांग 

2.मध्य अमेरिका में मिल्पी 

3.ब्राजील में मैक्सिकोलोका 

 

भारत में विभिन्न राज्यों में स्थानांतरित कृषि के नाम  | name of shifting cultivation in india


1.मेघालय में आदि आरिक

2.त्रिपुरा में होकिंनसामो 

3.नागालैंड में टेकोंधौ

4.बिहार में कुरवा

5.मध्यप्रदेश में दाहिया बेवार

6.छत्तीसगढ़ में दहिया बेवार

7.आंध्रपदेश में कोंण्डपौडी


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