वायु प्रदूषण क्या है || what is air pollution
वायुमंडल में विभिन्न प्रकार की गैसों का मिश्रण पाया जाता है, इन गैसों का वायुमंडल में एक निश्चित अनुपात होता है। इन गैसों के एक निश्चित अनुपात को वायुमंडलीय द्वारा संतुलित करने के लिए प्राकृतिक अवस्था होती है। परंतु अनेक कारणों से इन वायुमंडलीय गैसों के अनुपात में परिवर्तन होना शुरू हो जाता है। वायुमंडलीय गैसों के अनुपात में परिवर्तन होने के लिए प्राकृतिक या अप्राकृतिक घटनाएं जैसे कि भौतिक, रासायनिक, जैविक, अजैविक गुणों में ऐसा कोई भी अवांछनीय परिवर्तन जो मनुष्य, जीव जंतु, वनस्पति तथा वातावरण को नुकसान पहुंचाता है। उसे वायु प्रदूषण कहते हैं।
air pollution causes and effects |
वायुमंडल
में गैसों की मात्रा कितनी है || What is the amount of gases in the atmosphere
वायुमंडल में उपस्थित गैसों के अनुपात वायुमंडल में नाइट्रोजन 78.08% प्रतिशत
होता है, ऑक्सीजन की मात्रा वायुमंडल में 20.95% होता है, और ऑर्गन की मात्रा वायुमंडल में 0.934 % प्रतिशत
होता है, कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा वायुमंडल में 0.032% प्रतिशत
होता है, तथा अन्य गैसों जैसे हीलियम, हाइड्रोजन, ओजोन, निऑन, जेनान की मात्रा वायुमंडल में 0.002% होता है।
वायुमंडल में ऑक्सीजन एक आवश्यक तत्व है, जो पृथ्वी में जीवन को संभव बनाने में मदद करते हैं, यह जीव जंतु और पौधे के श्वसन के लिए आवश्यक गैस है। कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग अनेक पेड़ पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में उपयोग करते हैं। वही नाइट्रोजन गैस पौधे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। अर्थात इन सभी वायुमंडलीय गैसों के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव हो पाता है।
वायु प्रदूषण के 13 कारण
|| Causes of air pollution
1.
जीवाश्म ईंधन कारण वायु
प्रदूषण || air pollution caused by fossil fuels
जीवाश्म ईंधन के दहन से वायु प्रदूषण होता है। आज के आधुनिक दुनिया में जीवाश्म ईंधनओं का उपयोग सरल ऊर्जा प्राप्ति के लिए होता है और इन संसाधनों का उपयोग ऊर्जा की प्राप्ति के लिए किया जाता है लेकिन जीवाश्म ईंधन से निकलने वाली विषैली गैसों से जैसे कार्बन डाई ऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड सल्फर डाई ऑक्साइड नाइट्रस ऑक्साइड एवं कार्बनिक कारण वायुमंडल में पहुंचकर वायुमंडल को प्रदूषित करते हैं जीवाश्म ईंधन ओं के अंतर्गत दहन किया जाने वाला पदार्थ कोयला पेट्रोलियम इत्यादि होता है जो वायुमंडल को प्रदूषित करता है।
2.
औद्योगीकरण से वायु प्रदूषण
|| air pollution from industrialization
वर्तमान समय के अनुसार औद्योगिकीकरण और प्रौद्योगिकी के विकास में भारी ऊर्जा की जरूरत होती है और इन ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए अनेक कारखानों में ज्वलनशील क्रिया किया जाता है जिससे अनेक विषैले गैस,नाइट्रस ऑक्साइड सल्फर डाइऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड बेंजीन गैस क्लोरीन गैस मेथेन गैस, धूल, राख, उत्पन्न होते हैं जो अंततः वायुमंडल में पहुंचकर वायुमंडल को प्रदूषित करते हैं।
3.
वाहनों के माध्यम से वायु
प्रदूषण || air pollution through vehicles
आज की आधुनिक दुनिया में अधिकतर लोग वाहनों का अधिक से अधिक उपयोग करते हैं और इन वाहनों में प्रयुक्त होने वाली ईंधन के दहन से उत्सर्जित गैस जैसे सल्फर डाइऑक्साइड अमोनिया कार्बन मोनोऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड पारा बेंजीन कार्बनिक कण जैसे विषैले प्रदूषित गैस और तत्व उत्पन्न होते हैं। जो वायुमंडल में मिश्रित हो जाते हैं जिससे वायु प्रदूषण होता है। शहरों में स्वचालित वाहनों में प्रयुक्त होने वाले ईंधन के कारण 70 से 80% तक प्रदूषण होता है।
4.
ताप विद्युत संयंत्र से
वायु प्रदूषण || air pollution from thermal power plants
ताप विद्युत संयंत्र के माध्यम से लोगों को बिजली प्राप्त होती है लेकिन ताप विद्युत संयंत्र में प्रयुक्त होने वाली इंधन कोयला को जलाकर विद्युत उत्पन्न की जाता है कोयले के जलने से सल्फर डाइऑक्साइड नाइट्रस ऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड फ्लाई ऐश धूल के कण इत्यादि उत्पन्न होते हैं जो वायुमंडल में चीनियों और हवा के माध्यम से मिश्रित हो जाते हैं जिससे ताप विद्युत संयंत्र से वायु प्रदूषण होता है।
5.
परमाणु परीक्षणों से वायु
प्रदूषण || air pollution from nuclear
tests
आज के आधुनिक दुनिया में लगभग प्रत्येक देशों के पास परमाणु बम मिसाइल और अनेक घातक हथियार उपस्थित है इन परमाणु बम के परीक्षण के समय अनेक जैसे थोरियम प्लूटोनियम यूरेनियम के रेडियोधर्मी कण उत्पन्न होते हैं जो वायुमंडल में विषैले तत्व को मिश्रित करते हैं जिससे वायु प्रदूषण में वृद्धि होती है।
6.
ज्वालामुखी विस्फोट से वायु प्रदूषण || air pollution from volcanic eruptions
प्राकृतिक
घटनाओं के कारण ज्वालामुखी विस्फोट होता है इस ज्वालामुखी विस्फोट से विषैले गैस एवं
तत्व बाहर निकलते हैं उदाहरण के तौर पर सल्फर डाइऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड हाइड्रोजन
सल्फाइड हाइड्रोजन क्लोराइड राख धूल के कण जैसे अनेक विषैले तत्व धरती के गर्भ से बाहर
निकलते हैं और अंत में जाकर या वायुमंडल में मिल जाते हैं जो वायु को प्रदूषित करने
में अहम भूमिका निभाती है।
7.
रेफ्रिजरेटर से वायु प्रदूषण || air pollution from refrigerator
रेफ्रिजरेटर
का उपयोग सामान्यता मनुष्य अपनी सुविधाओं के लिए करता है परंतु इन रेफ्रिजरेटर से उत्पन्न
होने वाली गैस क्लोरोफ्लोरोकार्बन अत्यंत हानिकारक होती है जो वायुमंडल के साथ-साथ
ओजोन परत को भी हानि पहुंचाती है क्लोरोफ्लोरोकार्बन के कारण वायु प्रदूषण मैं गैस
का सांद्रण अधिक बढ़ जाता है जो लंबे समय तक वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होता है।
8.
विभिन्न विलायकों के प्रयोग से वायु प्रदूषण || Air pollution using different
solvents
ग्रामीण
एवं शहरी क्षेत्र में मनुष्य अपनी सुविधाओं के लिए अनेक विलायकों का प्रयोग करता है
जिससे अनेक प्रकार की विषैली गैस उत्पन्न होती हैं जो वायुमंडल को प्रदूषित करने के
लिए जिम्मेदार होती हैं उदाहरण के तौर पर पेंट, वार्निश, तारपीन तेल, नैफ़्था , पेट्रोलियम,
स्पिरिटऔर अनेक एस्टर, जैसे ब्युटिल ऐसीटेट,
सेलो-साल्व, एमाइल ऐसीटेट, ब्युटिल ऐल्कोहॉल तथा ऐसीटोन इत्यादि विलायकों के
प्रयोग से सल्फर डाइऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड
नाइट्रस ऑक्साइड बेंजीन गैस मरकरी इत्यादि विषैली गैस उत्पन्न होते हैं जो वायुमंडल
को प्रदूषित करते हैं।
9.
जंगल की आग से वायु प्रदूषण || Air pollution from forest fire
कभी-कभी
प्राकृतिक या अप्राकृतिक घटनाओं के कारण जंगल में आग लग जाते हैं जिससे जंगल का अत्यधिक
क्षेत्र आग से जलने लगता है जंगल के जलने से अनेक प्रकार की गैस जैसे कार्बन डाइऑक्साइड
नाइट्रस ऑक्साइड मेथेन कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे हानिकारक विषैली गैस वायुमंडल में मिश्रित
हो जाते हैं जिसके कारण से वायुमंडल प्रदूषित होता है।
10.
कृषि कार्यों से वायु प्रदूषण || Air pollution from agricultural works
मनुष्य
के द्वारा अनेक फसल उगाने के समय प्रयोग में लाए जाने वाली रसायन सामग्री जैसे कि कीटनाशक
फ़र्टिलाइज़र खरपतवारनाशक इत्यादि का उपयोग करने से अनेक प्रकार के गैस उत्पन्न होते
हैं जैसे कि अमोनिया सल्फर डाइऑक्साइड बेंजीन ऑक्साइड इत्यादि विषैली गैस वायुमंडल
में प्रदूषण का कार्य करते हैं वैसे ही धान की खेती में अधिक समय तक पानी भर देने से
मेथेन गैस उत्पन्न होने लगता है जो वायुमंडल में प्रदूषण फैलाने का कार्य करता है
11.
वस्तुओं के सड़ने गले से वायु प्रदूषण
|| air pollution from rotting objects
जब
किसी जैविक अजैविक पदार्थ को साडे गलने के लिए छोड़ दिया जाता है तो वायु प्रदूषण होता
है, जैविक पदार्थ के कारण पदार्थ के सड़ने के कारण अनेक प्रकार की गैस उत्पन्न होने
लगती हैं जिसमें अधिक मात्रा में मेथेन अमोनिया सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइड होते
हैं जो वायुमंडल में मिलकर वायुमंडल को प्रदूषित करते हैं। वैसे ही अजैविक पदार्थों
गलन और क्षरण से भी अनेक प्रकार के गैस निकलते हैं जो वायुमंडल में मिश्रित होकर वायु
प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं।
12.
घरेलू कार्य से वायु प्रदूषण || Air pollution from domestic work
ग्रामीण
क्षेत्रों में वस्तु को जलाने से जैसे कि चूल्हा जलाने से, प्लास्टिक, कोयला लकड़ियों
को जलाने से अनेक प्रकार के प्रदूषण फैलते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता
है वैसे ही शहरी क्षेत्रों में अनेक प्रकार के टायर प्लास्टिक जीवाश्म चीजों से बने
हुए वस्तु को जलाने से विषैली गैस निकलते हैं जो वायुमंडल में मिश्रित होकर वायुमंडल
में प्रदूषण को फैलाते हैं जिसमें मुख्यता कार्बन डाई ऑक्साइड सल्फर डाइऑक्साइड मोनो
ऑक्साइड नाइट्रस ऑक्साइड मीथेन बेंजीन जैसे अनेक विषैली गैस होते हैं जो वायुमंडल को
प्रदूषित करते हैं।
13.
पशुओं के कारण वायु प्रदूषण || Air pollution due to animals
पशु
जब अपने भोजन को पचाने के लिए मुंह को चाफळते हैं तो उसके पाचन शक्ति के कारण पशुओं
के मुंह से मेथेन गैस निकलता है जो अधिक में संख्या में पशु होने के कारण मेथेन के
मुख्य स्रोतों में से एक हैं जिसके कारण वायुमंडल में अधिक मात्रा में मीथेन गैस का
सांद्रण बढ़ता है जो वायु प्रदूषण के मुख्य अटक के रूप में कार्य करता है।
वायु
प्रदूषण के 9 प्रभाव || Effects of air pollution
वायु
प्रदूषण का पर्यावरण पर प्रभाव || effects of air pollution on environment
1.
वायु प्रदुषण के कारण अम्लीय वर्षा | Acid
rain due to air pollution
आधुनिक
समय में औद्योगिकीकरण के प्रगति के साथ-साथ यातायात के साधनों में भी वृद्धि हुई है
जिससे दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले जीवाश्म ईंधन एवं पेट्रोलियम पदार्थ और कोयले
का उपयोग बढ़ गया है इन ईंधनों के दहन से नाइट्रस ऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा
वायुमंडल में बढ़ जाती है और यह वातावरण के नमी के संपर्क में आकर नाइट्रिक अम्ल और
सल्फ्यूरिक अम्ल बनाती है जो वर्षा के माध्यम से अम्ल के रूप में पृथ्वी पर नीचे आती
है जिसे हम अम्लीय वर्षा कहते हैं अमली वर्षा के कारण पर्यावरण को बहुत क्षति पहुंचती
है साथ ही साथ ऐतिहासिक इमारतों स्मारकों मूर्ति को भारी नुकसान होता है मिट्टी की
उर्वरकता कम हो जाती है कृषि उत्पादन को प्रतिकूल प्रभाव का सामना करना पड़ता है जो
प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से वायु प्रदूषण के प्रभाव को दर्शाते हैं।
2.
वायु प्रदूषण से ओजोन परत का क्षरण | Depletion of ozone layer due to air
pollution
भौतिकवादी
मानसिकता के कारण उपयोग में लाए जाने वाले रेफ्रिजरेटर अग्निशमन यंत्र एवं एरोसॉल स्प्रे
के उपयोग से क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस उत्पन्न होता है इसके अतिरिक्त प्लास्टिक के
फॉर्म बनाने वाले उद्योगों सूक्ष्म इलेक्ट्रॉनिक सर्किट को साफ करने वाले विलायक, एयर
कंडीशनर से सीएफसी गैस उत्पन्न होता है जो वायुमंडल में पहुँच कर ओजोन परत के क्षरण
का कार्य करती है जिससे सूर्य की पराबैंगनी किरणें छिद्र हुए ओजोन परत के माध्यम से
पृथ्वी पर पहुंचती है जिससे जीव जंतु एवं वनस्पति झुलस जाते हैं कई जीव जंतु एवं वनस्पति
नष्ट होने लग जाते हैं और ओजोन परत के टूटने से जो पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर आती
है उसे त्वचा कैंसर तेजी से फैलने लगती है यह वायु प्रदूषण का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष
प्रभाव को दर्शाता है।
3.
वायु प्रदूषण से जलीय पारिस्थितिक तंत्र को प्रभाव | Effects of air pollution on
aquatic ecosystems
जब
वायुमंडल में विभिन्न प्रकार के विषैले गैस का सांद्रण बढ़ते जाता है उदाहरण के तौर
पर नाइट्रोजन, कार्बन डाई ऑक्ससिड तो जलीय पारिस्थितिक तंत्र में उपस्थित शैवाल एवं
अन्य जली पौधे अति विकसित होते जाते हैं जिससे जली परितंत्र में बायोलॉजिकल ऑक्सीजन
डिमांड की मात्रा कम हो जाती है और अंततः जल में रहने वाले जलीय जीव जंतु मृत्यु के
शिकार हो जाते हैं यह वायु प्रदूषण की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभावों को प्रदर्शित
करता है।
4.
वायु प्रदूषण के कारण महासागरीय अम्लीयत में वृद्धि || Increase in ocean acidification due to air
pollution
जब
वायुमंडल में अत्यधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है तो इसे अवशोषित
करने के लिए महासागरीय वातावरण अधिक प्रयास करती है जो महासागरीय वातावरण के माध्यम
से कार्बन डाइऑक्साइड पानी के साथ रिएक्शन करके कार्बनिक एसिड बनाती है और हाइड्रोजन
गैस को फ्री करती है कार्बोनेट आयन फिर से महासागरीय जल के साथ रिएक्शन करके बाइकार्बोनेट
प्रोडक्ट बनाती है जिससे महासागर जल की अम्लीयत बढ़ती जाती है जिससे समुद्र में कार्बन
डाइऑक्साइड का सांद्रण बढ़ते जाता है इससे महासागरों और समुद्री जीव-जंतुओं महासागरीय
अम्लीयत वातावरण का प्रभाव दिखने लगता है जैसे कि कोरल रीफ का विघटन होना मछलियों तथा
अन्य प्रजातियों के लिए खाद्य पदार्थों की कमी होना जैसे अनेक नकारात्मक घटनाएं घटने
लगती है जो वायु प्रदूषण के प्रभाव को दर्शाती है।
5.
वायु प्रदूषण के कारण ग्रीन हाउस प्रभाव || Green house effect due to air
pollution
आधुनिकरण
और औद्योगिकीकरण से स्वचालित वाहनों से उत्सर्जित होने वाले विषैले गैस और कारखानों
के चिमनियों से निकलने वाले विषैले पदार्थों के कारण वायुमंडल में कार्बन डाई ऑक्साइड
सल्फर डाइऑक्साइड मेथेन नाइट्रस ऑक्साइड क्लोरोफ्लोरोकार्बन कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे
गैसों का सांद्रण बढ़ते जाता है इन गैसों से ग्रीन हाउस प्रभाव को प्रभावित करने वाले
गैस कार्बन डाइऑक्साइड मिथेन नाइट्रस ऑक्साइड को पृथ्वी पर पड़ने वाले अवरक्त किरणें अवशोषित कर लेती है जिससे पृथ्वी का वातावरण गर्म
हो जाता है जिसका प्रभाव जीव जंतु वनस्पति और मनुष्य पर नकारात्मक रूप से होने लगता
है उदाहरण के तौर पर पौधों की वृद्धि मेरे रुकावटें उत्पन्न होती है बीज के अंकुरण
में अवरोध उत्पन्न होता है पृथ्वी में आसानी से रहने योग्य वातावरण प्राप्त नहीं हो
पाता है अनेक जीव जंतु तापमान को सहन नहीं कर पाते हैं जिसकी वजह से मृत्यु को प्राप्त
कर जाते हैं यह वायु प्रदूषण के प्रभाव को दर्शाता है।
6.
वायु प्रदूषण के कारण ग्लोबल वार्मिंग || Global warming due to air pollution
ग्लोबल
वार्मिंग के कारण पृथ्वी के औसत तापमान में अत्यधिक वृद्धि होना होता है जो वायुमंडल
और महासागरों के औसत तापमान में वृद्धि होती हैं इसके कारण ग्लोबल वार्मिंग होता है
जब ग्रीनहाउस गैस का सांद्रण बहुत अधिक बढ़ जाता है तो उसे गैस को अवरक्त किरणों द्वारा
अवशोषित करके पुनः पृथ्वी को लौटा दिए जाते हैं जिससे पृथ्वी का तापमान निरंतर बढ़ते
जाता है जिसके कारण वातावरण के तापमान में अत्यधिक वृद्धि हो जाती है इस तापमान वृद्धि
के कारण कृषि उपज में नकारात्मक परिवर्तन होना शुरू हो जाता है ग्लेशियर तेजी से पिघल
ना शुरू हो जाता है कई प्रजाति को विलुप्त होने का खतरा पैदा हो जाता है समुद्र के
जल स्तर में वृद्धि होना शुरू हो जाता है वर्षा के चक्रण को नकारात्मक रूप से प्रभावित
करता है यह सब वायुमंडल प्रदूषण के प्रभाव को नकारात्मक रूप से प्रदर्शित करता है।
7.
वन्यजीव पर वायु प्रदूषण का प्रभाव || Effect of air pollution on wildlife
जब
वातावरण में विषैले वायु तत्व का सांद्रण बढ़ जाता है तो मनुष्यों की तरह ही वन्य जीव
जंतु भी नकारात्मक रूप से प्रभावित होने लगते हैं प्रदूषित वायु के लगातार संपर्क में
रहने से वन्य जीव जंतु में भी अनेक तरह की बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं वह भी श्वसन
संबंधी समस्याओं से जूझने लगते हैं प्रजनन क्षमता वन्य जीवो में भी कमजोर हो जाती है
प्रदूषित वायु के कारण कई वन्य जीव जंतु मौत के शिकार हो जाते हैं वायु प्रदूषण के
कारण प्रदूषित विषैले वायु खाद्य श्रृंखला में प्रवेश कर जाती है जिससे पेड़ पौधे और
अन्य जीवो के माध्यम से वन्य जीव खाद्य श्रृंखला के द्वारा वन्यजीव में पहुंच जाती है जिसका अधिक सांद्रण वन्यजीवों
को प्राप्त होता है और यह वन्यजीवों के लिए बहुत घातक सिद्ध होता है यह वायु प्रदूषण
की समस्याओं को दर्शाता है।
8.
मृदा प्रदूषण में वायु प्रदूषण का प्रभाव || Effect of air pollution in soil
pollution
अत्यधिक
आधुनिक करण के कारण वायुमंडल में अनेक विषैली गैस मिश्रित हो जाते हैं जैसे कि सल्फर
डाई ऑक्साइड नाइट्रस ऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे इन गैसों में
से सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रस ऑक्साइड क्रमशः सल्फ्यूरिक अम्ल और नाइट्रिक अम्ल का
निर्माण होता हैं जिससे अमली वर्षा होती है इन अमली वर्षों के कारण भूमि में अम्लीयत
की मात्रा अधिक हो जाती है जिससे भूमि खेती हेतु उपयोगी नहीं रह पाती है वैसे ही अनेक
ताप सयंत्रो से निकलने वाले फ्लाई ऐश एवं राख से भी भूमि प्रदूषण बढ़ जाता है जब ये
फ्लाई ऐश एवं राख एक स्थान से दूसरे स्थान में ट्रांसपोर्ट हो जाते हैं तो शुद्ध मिट्टी
में फ्लाई ऐश और राख मिलकर मिट्टी की उर्वरा शक्ति को खत्म कर देती है और भूमि कृषि
योग्य उपजाऊ नहीं रह पाती है इस कारण वायु प्रदूषण से मिट्टी के प्रदूषण में वृद्धि
होती है।
9.
वायु प्रदूषण का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव || Effects of air pollution on human
health
वायु
प्रदूषण के कारण मानव स्वास्थ्य को कई समस्याओं से सामना करना पड़ता है जलवायु में
विषैले गैस जैसे कि कार्बन डाइऑक्साइड सल्फर डाई ऑक्ससिड अमोनिया कार्बन मोनोऑक्साइड
बेंजीन शहरी धुंध प्रदूषित विषैले कण, जहरीले
वायु प्रदूषक इत्यादि विषैली गैस का सांद्रण बढ़ जाता है तो मनुष्य को स्वास्थ्य संबंधी
समस्याएं उत्पन्न होने लगती है उदाहरण के तौर पर मनुष्यों को आंख नाक गले में जलन होना
शुरू हो जाता है अधिक वायु प्रदूषण के कारण घबराहट सीने में जकड़न खांसी सांस लेने
में कठिनाई जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ता है कभी-कभी अधिक विषैले वायु के कारण
दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है और लंबे समय तक वायु प्रदूषण के कारण दमा और
कैंसर जैसे भयंकर बीमारी के प्रकोप में मनुष्य आ जाता है वायु प्रदूषण मनुष्य की प्रजनन
क्षमता ओं को कमजोर बनाता है साथ ही साथ श्वसन संबंधित समस्याओं को बढ़ा देते हैं कई
बार मनुष्य वायु प्रदूषण के कारण मौत का शिकार हो जाता है।
वायु
प्रदूषण को कम करने के तरीके || 10 ways to reduce air pollution
1.
वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कारखानों के चीनियों को ऊंचा बनाना चाहिए ताकि उस से
निकलने वाले विषैले धुआँ को सीधे तौर पर ऊपरी वायुमंडल में भेजा जा सके इससे निकटतम
वातावरण में विषैली गैस के फैलने से बचा जा सकता है।
2.
कारखानों और औद्योगिक क्षेत्र से निकलने वाले विषैले गैसों को सर्वप्रथम उपचारित करके
चीनियों के माध्यम से ऊपर भेजना चाहिए बिना उपचार के विषैले वायु को वायुमंडल के लिए
नहीं छोड़ना चाहिए।
3.
परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित करना चाहिए परमाणु परीक्षण के लिए विशेष सुरक्षा का
इंतजाम करना चाहिए जिससे वायुमंडल में है रेडियोधर्मी पदार्थ ना फैल सके।
4.
वनों की कटाई पर प्रतिबंध लगाना चाहिए क्योंकि वनों के माध्यम से ही वायुमंडल की कार्बन
डाइऑक्साइड को अवशोषित किया जाता है और अन्य गोएस को भी पर्यावरण के माध्यम से स्वच्छ
किया जाता है इसलिए वनों की कटाई पर प्रतिबंध लगाना चाहिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण
को महत्व देना चाहिए जिससे प्रदूषित वायु को स्वच्छ किया जा सके और वायुमंडल को स्वच्छ
बनाए जा सके।
5.
वायुमंडल में अधिक प्रदूषण बनाने वाले मोटर वाहनों कारखानों जैसे अनेक संसाधनों पर
कड़ी निगरानी रखते हुए सख्त कार्यवाही के साथ दंड लेना चाहिए जिससे वायु प्रदूषण को
रोका जा सके।
6.
वायुमंडल एवं ओजोन परत को हानि पहुंचाने वाले विलयको एवं रसायनों को प्रतिबंध कर देना
चाहिए जिससे वायुमंडल के प्रदूषण को रोका जा सके और साथ ही साथ ओजोन परत के क्षरण को
भी रोका जा सके।
7.
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए ग्रीन टेक्नोलॉजी का उपयोग करना चाहिए जिससे वायुमंडल
में विषैली गैसों को रोका जा सके।
8.
परंपरागत ऊर्जा स्रोतों की अपेक्षा गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करना चाहिए
उदाहरण के तौर पर सोलर एनर्जी विंड एनर्जी टाइडल एनर्जी जैसे पर्यावरण प्रदूषण से रहित
ऊर्जा का उपयोग अधिक से अधिक करना चाहिए ताकि पर्यावरण को वायु प्रदूषण होने से बचाया
जा सके।
9.
सरकार के द्वारा अनेक ऐसे नीति नियमोँ का निर्माण करना चाहिए जिससे लोगों में वायु
प्रदूषण के प्रति जागरूकता फैल सके। साथ ही साथ सरकार को प्रदूषण फैलाने वाले व्यक्ति
संगठन कंपनी या किसी तरह की सरकारी या गैर सरकारी संस्था के साथ उचित कार्रवाई के साथ
साथ दंड का प्रावधान करना चाहिए ताकि पर्यावरण को वायु प्रदूषण से बचाया जा सके।
10. पर्यावरण को वायु प्रदूषण से स्वच्छ बनाने के लिए अपने घर के समीप पेड़ पौधा लगाना चाहिए जिससे आसपास का वातावरण स्वच्छ और साफ हो सके प्रत्येक नागरिक को पर्यावरण के प्रति जागरूक होना चाहिए जिससे पर्यावरण में फैलने वाले वायु प्रदूषण को रोका जा सके।
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