अर्थव्यवस्था के क्षेत्रों में विभाजित किया गया है |The economy is divided into how many sectors
sectors of economy |
अर्थव्यवस्था के क्षेत्र क्या है | sectors of economy definition
आय
उत्पन्न करने वाली मानवीय गतिविधियाँ को आर्थिक गतिविधियाँ के रूप में जाना जाता है।
आर्थिक गतिविधियों को मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था में प्राथमिक, माध्यमिक, तृतीयक गतिविधियों
में विभजित किया गया है। लेकिन तृतीयक गतिविधियों के तहत उच्च सेवाओं को फिर से चतुर्धातुक
(quaternary) और पंचम ( quinary ) गतिविधियों को अर्थव्यवस्था में वर्गीकृत किया जाता
है। अर्थव्यवस्था के अंतर्गत आर्थिक क्रिया प्रत्येक्ष या परोक्ष रूप से विश्व के आर्थिक
गतिविधियों या किसी देश के व्यापारिक क्षेत्र गतिविधियों, घरेलू क्षेत्र गतिविधियों
तथा राज्य द्वारा संसाधनों के प्रयोग वस्तु तथा सेवाओं के उपभोग, उत्पादन तथा वितरण
से संबंधित होता है।
अर्थव्यवस्था
के क्षेत्र कौन-कौन से हैं | 5 sectors of economy
1.
प्राथमिक क्षेत्र | primary sector
प्राथमिक क्षेत्र गतिविधियाँ सीधे तौर पर प्रत्येक्ष रूप से पर्यावरण पर निर्भर करती हैं।प्राकृतिक से मिलने वाले संसाधन जो पृथ्वी में उपस्थित संसाधनों जैसे भूमि, वायु, वन जल, वनस्पति, निर्माण सामग्री और खनिजों के उपयोग को प्रदर्शित करता है।
प्राथमिक
क्षेत्र के गतिविधियों के अंतर्गत कृषि,शिकार और इकट्ठा करना, घरेलु गतिविधियाँ, मत्स्य
पालन, खनन, पशुपालन और इससे संबंधित गतिविधियों को इसके अंतर्गत प्रदर्शित किया जाता
है। प्राथमिक क्षेत्र के गतिविधियों में संलग्न
हुए मानव श्रम को रेड कलर जॉब के रूप में चिन्हित किया जाता है।
2.
द्वितीयक क्षेत्र | secondary sector
द्वितीयक
क्षेत्र गतिविधि अर्थव्यवस्था का वह क्षेत्र जो प्राथमिक क्षेत्र से मिलने वाले संसाधनों
से उत्पन्न होने वाली कच्ची पदार्थ को उपयोग करता है, और अपने उच्च संसाधन क्षेत्रों
का विकास करते हैं, अर्थात प्राथमिक क्षेत्र से मिलने वाले कच्चे माल को मूल्यवान उत्पादों
में परावर्तित कर प्राकृतिक संसाधनों के मूल्य में वृद्धि करता हैं, यह प्राथमिक क्षेत्र
की अपेक्षा उच्च गुणवत्ता वाला क्षेत्र कहलाता है।
द्वितीयक
क्षेत्र गतिविधियों में मुख्य रूप से विनिर्माण जैसे- वस्त्र उद्योग, वाहन उद्योग,
लौह इस्पात उद्योग, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण, इत्यादि
को शामिल किया जाता है। द्वितीयक क्षेत्र गतिविधि में मुख्य रूप से प्रत्यक्ष या परोक्ष
रूप से विनिर्माण गतिविधियों से संलग्न होता है। इस कारण इसे औद्योगिक क्षेत्र की संज्ञा
दी जाती है।
द्वितीयक
क्षेत्र गतिविधियों में कार्य करने वाले कुशल श्रमिकों को वाइट कॉलर जॉब के अंतर्गत
स्थान दिया जाता है। लेकिन उत्पादन प्रक्रिया के अंतर्गत प्रत्यक्ष रूप से कार्य करने
वाले श्रमिकों को ब्लू कॉलर जॉब के अंतर्गत रखा जाता है।
3.
तृतीयक क्षेत्र | tertiary sector
तृतीयक
क्षेत्र गतिविधियों में विभिन्न प्रकार के सेवाओं का उत्पादन और विनिमय दोनों शामिल
किया जाता है। उत्पादन क्षेत्र के अंतर्गत में उन सेवाओं का प्रावधान शामिल किया जाता
है। जिसका मानव के द्वारा उपभोग किया जाता है। जैसे बीमा, प्रशासन, वित्तीय, अचल संपत्ति
गतिविधियों, व्यक्तिगत सेवाओं, सामाजिक कार्य के लिए वाणिज्य, चिकित्सा, परिवहन, शिक्षा,पर्यटन,
व्यापर और संचार सुविधाएं को तृतीयक क्षेत्र गतिविधियों शामिल किया जाता हैं। तृतीयक
क्षेत्र गतिविधियों को सेवा क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
तृतीयक
क्षेत्र गतिविधियों में कार्य करने वाले कुशल श्रमिकों को वाइट कॉलर जॉब के अंतर्गत
स्थान दिया जाता है।
4.
चतुर्धातुक क्षेत्र | Quaternary sector
चतुर्धातुक
क्षेत्र गतिविधियों के अंतर्गत ज्ञान क्षेत्र में विशिष्ट तृतीयक क्षेत्र के गतिविधियों
को रखा जाता है। चतुर्धातुक क्षेत्र गतिविधि अलग वर्गीकरण की माँग करता हैं। जैसे प्रबंधन,
सूचना आधारित सेवा, उच्च कुशल श्रमिक, सलाहकार, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और अधिक गुणवत्ता
युक्त कार्य और उपभोग इतियादी। चतुर्धातुक
क्षेत्र गतिविधियों में कार्यालय भवनों, लेखा,सिनेमा, विद्यालयों और विश्वविद्यालय
कक्षाओं की सुविधा, अस्पतालों की सुविधा और डॉक्टरों के उच्च कार्यालयों और ब्रोकरेज
फर्मों में काम करने वाले उच्च कुशल युक्त श्रमिक चतुर्धातुक क्षेत्र गतिविधियों श्रेणी
की सेवाओं से संबंधित होते हैं।
चतुर्धातुक
क्षेत्र गतिविधियों के श्रमिक पर्यावरण के गतिविधियों पर प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप पर
निर्भर होते है और बड़े बाजार की अर्थव्यवस्था से प्रभावित होते है।
5.
क्विनरी क्षेत्र | quinary sector
क्विनरी
क्षेत्र गतिविधिया अर्थव्यवस्था एक ऐसी सेवा है, जिसमे उच्च कुशल, उच्च गुणवक्ता की
जरूरत होती है। इस क्षेत्र में नये विचारों का निर्माण, दक्षता पूर्ण योजना, पुनर्व्यवस्था,
नए खोजा, अविष्कार, व्याख्या, नये और उन्नत प्रौद्योगिकियों का उपयोग और मूल्यांकन
इत्यादि को शामिल किया जाता है। क्विनरी क्षेत्र
गतिविधिया के अंतर्गत उच्च वेतन, उच्च अधिकारी, क़ानूनी सलाहकार, बुद्धिजीवी, अनुंसधान
करने वाले वैज्ञानिक, वित्तीय सहलाकर, उच्च कौशल से युक्त व्यक्ति को शामिल किया जाता
है। क्विनरी क्षेत्र गतिविधिया के कारण उन्नत अर्थव्यवस्थाओं की संरचना में मदद मिलता
है। इस क्षेत्र में उच्च विधि निर्माण, उच्चतम
नीति निर्माताओं, उच्चतम निर्णय लेना इत्यादि को शामिल किया जाता है। क्विनरी क्षेत्र
गतिविधिया में काम करने वालों व्यक्तियों को गोल्ड कॉलर प्रोफेशन के रूप में जाना जाता
है।
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